कोलकाता, 8 मई । पश्चिम बंगाल पर मंडरा रहे चक्रवात मोचा के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को राज्य सचिवालय में सभी संबंधित विभागों की उच्च स्तरीय बैठक की है। इसके बाद मीडिया से मुखातिब ममता ने कहा कि डरने या आशंकित होने की कोई जरूरत नहीं है। सरकार ने पूरे हालात पर नजर रखा है। जैसे पहले हम लोगों ने चक्रवात के समय लोगों को बचाया है और मुकाबला किया है उसी तरह से इस बार भी तैयार है। ममता ने कहा कि मौसम विभाग ने चक्रवात को लेकर अभी तक स्पष्ट कुछ भी नहीं कहा है। फिलहाल जो अग्रिम सतर्कता जारी की गई है उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि पश्चिम बंगाल में नौ और 10 मई को आंधी तूफान के साथ बारिश हो सकती है। 10 मई को समुद्र तटीय क्षेत्रों में चक्रवात के तैयार होने की आशंका है। अगर ऐसा होता है तो 10 और 11 मई को दीघा और सुंदरबन जैसे तटीय क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था रखी गई है। वहां अगर कोई समस्या होती है तो प्रशासन तुरंत कमर कस कर मैदान में उतर जाएगा। उसके बाद यह चक्रवात बांग्लादेश होते हुए म्यांमार चला जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि चक्रवात से मुकाबले के लिए सचिवालय के साथ ही समुद्र तटीय जिलों में कंट्रोल रूम खोले गए हैं। जिला प्रशासन के पास 25 लाख त्रिपाल और 17 लाख रिलीफ कपड़े पहुंचाए गए हैं।