बारासात, 11 अप्रैल । उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में वामपंथी छात्रों और युवकों पर विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर हमले और जिला परिषद की सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा है। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक भर्ती भ्रष्टाचार, सौ दिन रोजगार की बकाया राशि चुकाने और आवास योजना के तहत निष्पक्ष होकर लोगों को मकान उपलब्ध कराने सहित सात सूत्री मांगों को लेकर वामपंथी छात्र-युवाओं का जुलूस मंगलवार दोपहर बारासात के हेला बटतला से जिला परिषद में ज्ञापन सौंपने के लिए निकला। लेकिन जिला परिषद में प्रवेश से पहले ही जुलूस को पुलिस बेरिकेड्स लगाकर रोक दिया गया। जुलूस ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ना चाहा तो पुलिस से झड़प हो गई। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। वहीं, आरोप है कि जिला परिषद के गेट और उस चौक की सरकारी संपत्ति में तोड़फोड़ की गई।
पुलिस ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों के हमले में पांच पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। आरोप यह भी है कि स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। बारासात पुलिस जिले के पुलिस अधीक्षक राजनारायण मुखर्जी ने कहा कि आज की घटना में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। इनका अस्पताल में इलाज किया गया। इसके अलावा, हमने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ विशिष्ट धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
इस बारे में पश्चिम बंगाल के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कहा कि विरोधी पार्टी ज्ञापन सौंपने के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं। जिला की सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। साथ ही पुलिस पर अत्याचार कर रहे हैं। इस घटना के विरोध में तृणमूल ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर मार्च निकालने का आह्वान किया है।