लखनऊ ; लखनऊ निवासी मशहूर बाल नृत्यांगना उन्नति श्री, जिसकी उम्र महज़ बारह साल की है, भरतनाट्यम् नृत्य सीख रही है। उन्नति श्री अपनी नृत्य कला में विभिन्न सम्मानित मंचों पर अपनी शानदार प्रस्तुतियां दे चुकी है।
उन्नति श्री अपने परिवार की दूसरी संतान है। इसका जन्म एवं प्रारंभिक बचपन बहुत ही कष्टपूर्ण रहा। समय से पूर्व इस संसार में जन्म लिया और अत्यधिक दुर्बल होने की वजह से कई इन्फेक्शन से घिर गयी। बचने की संभावना बहुत ही कम थी। प्रारंभ में ज़रूरी वैक्सिनेशन भी नहीं हो पाई।
इनके माता पिता ने इन्हें बड़े धैर्य और जतन से पाला। थोड़ी बड़ी हुई, तो दरवाज़े से इनकी एक अंगुली के हिस्से कट कर अलग हो गये। आख़िर एक महीने के भाग दौड़ एवं संपूर्ण सेवा और ईश्वर की कृपा से वापस अंगुली जुड़ पाई। जब थोड़ी बड़ी हुई तो ये अक्सर संगीत सुनते ही नृत्य करना , थिरकना शुरू कर देती।
जब खाने के लिए आना कानी करती तो गाना बजा दिया जाता। ये नृत्य शुरू कर देती , इसी बीच इन्हें खाना खिलाया जाता।
उन्नति का नृत्य के प्रति अति लगाव को देखते हुए इनकी माँ रश्मि ने उन्नति की नृत्य कला को निखारने में पूरा प्रयास करना शुरू किया।
जब उन्नति तीन साल की थी तो अपने स्कूल किड ज़ी प्ले ग्रुप क्लास में स्टार पर्फार्मर का अवार्ड मिला।
चार वर्ष की उम्र में लखनऊ महोत्सव में बतौर स्पेशल कलाकार नृत्य का मौक़ा मिला। जहां नृत्य के दौरान लखनऊ महोत्सव के काफी विशाल मंच पर प्रस्तुति देने के लिए उन्नति को छोटे छोटे पैरों से बड़ी मशक़्क़त करनी पड़ी। पांच साल की उम्र से उन्नति ने गुरु के सानिध्य में नृत्य प्रशिक्षण लेना शुरू किया। और महज़ आठ साल की उम्र में
यू.पी महोत्सव में प्रथम पुरस्कार प्राप्त जीता। उसके बाद लगातार पुरस्कार , उपलब्धियां और सम्मान का सिलसिला जारी है। अपने माता पिता एवं गुरु के प्यार ,खुद की मेहनत तथा ईश्वर के आशीर्वाद से
संस्था की डायरेक्टर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायिका डॉ जया श्रीवास्तव ने बताया कि उन्नति श्री एक सफल नृत्यांगना के रूप में देश विदेश में पहचान बना रही है। सुर ताल संगम संस्था में ब्रांड एम्बेसडर का खिताब मिलने पर सभी पदाधिकारियों, शुभचिंतकों और मित्रों ने उन्नति श्री की बधाइयां देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।