प्रभात झा: लोकसंग्रह और संघर्ष से बनी शख्सियत -प्रो.संजय द्विवेदी

स्मृति लेख : यह नवें दशक के बेहद चमकीले दिन थे। उदारीकरण और भूमंडलीकरण जिंदगी में प्रवेश कर रहे थे। दुनिया और राजनीति तेजी से बदल रहे थी। उन्हीं दिनों…

नरेंद्र मोदी से इतनी नफरत क्यों करता है पश्चिमी मीडिया? – प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी, पूर्व महानिदेशक, भारतीय जन संचार संस्थान

  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने दोनों कार्यकालों में पश्चिमी नेताओं के साथ अब तक के सबसे अच्छे संबंध रहे हैं। लेकिन पश्चिमी मीडिया के साथ ऐसा नहीं है, जिसने…

आर्टिफिशल इंटेलिजेंस और मीडिया के उलझे रिश्ते -प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी, पूर्व महानिदेशक, भारतीय जन संचार संस्थान

“माननीय प्रधानमंत्री जी हम आभारी हैं कि आप हमारे बीच आए। मेरी ऑन दी जॉब लर्निंग अब शुरू हो गई है और 2024 तक मैं देश की सबसे अच्छी जर्नलिस्ट…

पुस्तक समीक्षा – मॉरीशस और फीजी : विश्व हिंदी सम्मेलन के झरोखे से (समीक्षक-डॉ. सुभाषिनी लता कुमार)

समीक्षक-डॉ. सुभाषिनी लता कुमार ———————– प्रलेक, मुंबई ने अभी-अभी एक पुस्तक प्रकाशित की है। उसका शीर्षक है ‘मॉरीशस और फीजी: विश्व हिंदी सम्मेलन के झरोखे से’। इसके लेखक हैं कृपाशंकर…

153 वीं वर्षगांठ(19 जून) पर विशेष लेख : पं.माधवराव सप्रे : हिंदी के विस्मृत महानायक -हिंदी नवजागरण के अग्रदूत का जरूरी है स्मरण -प्रो.संजय द्विवेदी

पंडित माधवराव सप्रे, हिंदी पत्रकारिता और साहित्य में लगभग भुला दिए गए महानायक हैं। भारतबोध और भारतीयता के सबसे प्रखर प्रवक्ता स्प्रे हमारे स्व को जगाने वाले लेखक हैं। हिंदी…

इंडिया’ की आंखों से भारत को मत देखिए : भारतीयता को नए संदर्भों में व्याख्यायित करना जरूरी -प्रो. संजय द्विवेदी

‘इंडिया’ की आंखों से भार  आजकल राष्ट्रीयता,भारतीयता, राष्ट्रत्व और राष्ट्रवाद जैसे शब्द चर्चा और बहस के केंद्र में है। ऐसे में यह जरूरी है कि हम भारतीयता पर एक नई…

निरंतरता, अनुभव और उत्साह का संगम है केंद्रीय मंत्रिमंडल -डा.संजय द्विवेदी

केंद्र सरकार का नया मंत्रिमंडल निरंतरता की गवाही देता है। यह बात बताती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी टीम पर भरोसा कायम है। प्रमुख विभागों में अपनी आजमाई…

अभिनेता से नेता बने तृणमूल विधायक पर रेस्टोरेंट मालिक को पीटने का आरोप

कोलकाता, 8 जून (आईएएनएस)। एक्टिंग से राजनीति में आये तृणमूल नेता सोहम चक्रवर्ती पर कोलकाता के न्यू टाउन में एक रेस्टोरेंट मालिक को पीटने का आरोप लगा है। वह पूर्वी…

हिंदी पत्रकारिता दिवस (30 मई) पर विशेष – मीडिया : दरकते भरोसे को बचाएं कैसे – प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी, पूर्व महानिदेशक, भारतीय जन संचार संस्थान

हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाते समय हम सवालों से घिरे हैं और जवाब नदारद हैं। पं.जुगुलकिशोर शुकुल ने जब 30 मई ,1826 को कोलकाता से उदंत मार्तण्ड की शुरुआत की तो…

जयंती (4 जून पर विशेष) ; पद्मश्री मालती जोशी भारतीय परिवारों की आत्मीय कथाकार – प्रो.संजय द्विवेदी

जयंती (4 जून पर विशेष) ख्यातिनाम कथाकार ,उपन्यासकार श्रीमती मालती जोशी के निधन की सूचना ने साहित्य जगत में जो शून्य रचा है, उसकी भरपाई संभव नहीं है।गत 15 मई,…

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