
कोलकाता, 17 नवम्बर । साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं के बीच निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को सतर्क रहने की अपील की है। सोमवार को आयोग की ओर से जारी निर्देश में स्पष्ट किया गया है कि चल रहे एसआईआर अर्थात मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर)
के दौरान किसी भी व्यक्ति को मोबाइल पर ओटीपी नहीं भेजा जा रहा है और न ही भविष्य में भेजा जाएगा। भारत का निर्वाचन आयोग अथवा मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय किसी से भी ओटीपी की मांग नहीं करेगा। इस कारण सभी मतदाताओं से सावधान रहने को कहा गया है।
राज्य में एसआईआर शुरू होने के बाद एन्यूमरेशन फार्म का वितरण पूरी गति से जारी है। यह फार्म भरने में कई लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में विभिन्न राजनीतिक दल अपनी ओर से सहायता शिविर चला रहे हैं। इस बीच अनेक स्थानों से मतदाताओं के ओटीपी हड़पने की शिकायतें सामने आयी हैं।
हाल ही में बारासात के कदम्बगाछी क्षेत्र में कुछ जालसाज पकड़े गये। कहीं बीएलओ के नाम पर ओटीपी लेने की भी शिकायत मिली है। ऐसे ही माहौल में निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को किसी भी प्रकार के धोखे से बचने की चेतावनी जारी की है।
