जामुड़िया। ईसीएल के सातग्राम-श्रीपुर एरिया में सातग्राम-श्रीपुर क्षेत्र को लेकर एक जेसीसी मीटिंग किया गया.इस दिन श्रीपुर क्षेत्र के जेसीसी सदस्यों ने जेसीसी मीटिंग शुरू होने से पहले सभी ने काला बैच पहनकर मीटिंग में हिस्सा लिया.बही श्रीपुर क्षेत्र के कन्वीनर कमलेश पांडे सहित सभी जेसीसी सदस्यों ने सातग्राम-श्रीपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक रॉबिन थानूजा के सामने ही श्रीपुर क्षेत्र के साथ हो रहे सौतेला व्यवहार पर जमकर हमला बोला.श्रीपुर क्षेत्र के कन्वीनर कमलेश पांडे ने कहा कि ईसीएल के श्रीपुर क्षेत्र को जब से सातग्राम में विलय किया गया है तब से श्रमिकों का कोई भी कार्य नहीं हो रहा है. 2 साल से हमलोग अपेक्षा में थे कि अब हालत सुधरेगी लेकिन श्रीपुर को एक कोने में करके रख दिया गया ना वेलफेयर ना सेफ्टी और तो और जीसीसी मीटिंग भी नहीं होती थी.हमलोगों ने वर्तमान महाप्रबंधक को सभी मुद्दों को लेकर आवाज उठाई है प्रबंधन ने अस्वस्थ किया है कि सभी मुद्दों पर विचार करके कार्रवाई की जाएगी.इसलिए हमलोगों ने काला बैच पहनकर प्रबंधन को सांकेतिक चेतावनी देते हुए कहा कि अगर श्रीपुर क्षेत्र से छेड़छाड़ किया गया तो एरिया ऑफिस से लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग तक अवरोध कर दिया जाएगा. इस मौके पर महाप्रबंधक रॉबिन थानूजा सहित सभी अधिकारी उपस्थित थे. इस बारे में कमलेश पांडे ने बताया कि जब से श्रीपुर का सात ग्राम के साथ विलय हुआ है तब से श्रीपुर के साथ सौतेला आचरण किया जा रहा है चाहे वह प्रमोशन की बात हो चाहे वह रेगुलराइजेशन की बात हो या फिर साफ सफाई क्वार्टरों की मरम्मत बिजली पानी के आपूर्ति की बात हो हर मामले में श्रीपुर क्षेत्र के कर्मचारियों के साथ सौतेला आचरण किया जाता रहा है इस बारे में कई बार श्रीपुर क्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा और यूनियन द्वारा भी मामले को कंपनी के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और आज महाप्रबंधक के साथ जो बैठक हुई इस बैठक में उन्हें यह प्रस्ताव दिया गया कि नियमों के अनुसार साल में जेसीसी की चार मीटिंग होती है उनमें से दो मीटिंग्स श्रीपुर क्षेत्र में और दो मीटिंग सात ग्राम एरिया में किया जाए इसके अलावा श्रीपुर क्षेत्र की जो समस्याएं हैं उन पर भी ध्यान दिया जाए कमलेश पांडे ने बताया कि महाप्रबंधक ने उनके बातों को सुना और आश्वासन दिया कि भविष्य में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि इस श्रीपुर क्षेत्र को नजरअंदाज ना किया जाए। वही आज की बैठक में उनके द्वारा काला बैज लगाकर जाने पर उन्होंने कहा कि इससे पहले श्रीपुर क्षेत्र की समस्याओं को लेकर प्रबंधन से कई बार गुहार लगाई गई थी लेकिन जब प्रबंधन की तरफ से कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो आखिरकार आज सांकेतिक विरोध के तौर पर वह बैच लगाकर गए थे।