जाली कागजातों के आधार पर सरकारी जमीनों और तालाबों की भराई करने वाले जमीन माफियाओं के खिलाफ पुलीसिया कार्रवाई

फॉर्चून पार्क के डायरेक्टर चंदन शर्मा सहित जमीन कारोबारी तापस नंदी गिरफ्तार…

कुछ दिनो पहले ही मामले मे जमीन कारोबारी दिनेश गोराई और विलशन की हो चुकी है गिरफ़्तारी…

आसनसोल, पश्चिम बंगाल के आसनसोल मे इन दिनों जमीन माफियायों के बिच हड़कंप मच गई है, हड़कंप इस लिये की राज्य की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी के आदेश पर पुलिस ही नही बल्कि जिला प्रशासन भी हरकत मे आ गई है और जाली कागजातों के आधार पर आसनसोल के सरकारी जमीनों व तालाबों की अवैध रूप से खरीद बिक्री कर चांदी काटने वाले जमीन माफियाओं की कुंडली खंगाल कर उनपर तबातोड़ कार्रवाई कर रही है, हम बताते चलें की आसनसोल मे जाली कागजातों की मदद से सरकारी जमीनों व तालाबों की भराई कर अवैध रूप से कब्ज़ा करने का मामला कोई नया नही है, आसनसोल मे जमीन माफियाओं के अलग -अलग चल रहे सिण्डिकेट द्वारा ऐसे कार्यों को अंजाम तक पहुँचाने के लिये कई तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं, जिन हथकंडों मे वह जाली कागजात से लेकर सरकारी अधिकारीयों की जाली हस्ताक्षर व मुहर तक का प्रयोग करते हैं, जिसको पकड़ पाना आम लोगों के लिये मुमकिन ही नही बल्कि ना मुमकिन है, इसके अलावा जमीन माफिया उक्त जमीन को अपने किसी करीबी जान पहचान के लोगों के नाम पर चढ़ा देते हैं, यह कहकर की जब जमीन की खरीद बिक्री होगी तब उसमे उनको भी कुछ पैसे मिल जायेंगे, पैसों की लालच मे वह लोग उन जमीन माफियाओं की बातों मे आ जाते हैं, जिससे जमीन माफिया खुद राफ -साफ रहते हैं की अगर उनपर किसी तरह की कोई भविष्य मे जाँच हो या फिर कोई कार्रवाई हो तो मामले मे वह बच जायें, उनपर किसी भी तरह की कोई ऊँगली ना उठे और ना ही उनपर कोई सवाल खड़ा करे, ऐसे मे आसनसोल मे ऐसे कई सरकारी जमीन व तालाब है, जिसकी जमीन माफियाओं ने जाली कागजात के आधार पर अपने किसी नजदीकी जान पहचान के लोगों के नाम पर चढ़ा रखा है और अपने तरीके से अपने मन मुताबिक ग्राहकों को बेचने का काम कर रहे हैं, ऐसे ही मामले मे राज्य की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी के आदेश पर चल रही कार्रवाई मे कुछ दिनों पहले ही आसनसोल के सबसे बड़े पैमाने पर जमीन की खरीद बिक्री का कार्य करने वाले जमीन कारोबारी दिनेश गोराई व एहतेशाम आजमी उर्फ़ विलशन की गिरफ़्तारी हो चुकी है, दोनों जमीन कारोबारियों की हुई गिरफ़्तारी के बाद आसनसोल दुर्गापुर पुलिस व पश्चिम बर्धमान जिला प्रशासन ने मामले मे बुधवार को एक बार फिर कार्रवाई की है और कोलकाता नई दिल्ली राष्ट्रीय राज्य मार्ग के किनारे सुईडीह मे स्थित फॉर्चून पार्क के डायरेक्टर चंदन शर्मा सहित एक और जमीन कारोबारी तापस नंदी को गिरफ्तार कर लिया है, जिनकी गिरफ़्तारी के बाद पुरे आसनसोल के जमीन माफियाओं मे हड़कंप मच गया है, बावजूद उसके आसनसोल के कुछ लोगों ने ऐसे जमीन माफियाओं के खिलाफ मुहीम छेड़ी और सरकारी जमीनों व तालाबों को कबजामुक्त करवाने के उदेश्य से राज्य सरकार ही नही बल्कि केंद्र सरकार तक को चिट्ठी पत्रि भेजी यहाँ तक की उनका मामला कोलकाता हाई कोर्ट तक पहुँच गया, जिस मामले को लेकर कोलकाता हाईकोर्ट ने 2022 मे राज्य सरकार को जमीन माफियाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उक्त सरकारी जमीनों व तालाबों को कब्ज़ा मुक्त करने का आदेश भी जारी कि थी, जिस आदेश पर राज्य सरकार द्वारा कार्रवाई करवाते हुए जमीन माफियाओं द्वारा कब्ज़ा की गई जमीनों व तालाबों पर सरकारी बोर्ड भी लगवा दी गई, जिससे आसनसोल के लोगो व उन शिकायत कर्ताओं को लगा की राज्य सरकार की आँख खुल गई है, उनके द्वारा की गई चिट्ठी पत्रि पर अब उन जमीन माफियाओं पर कार्रवाई की जा रही है, पर आसनसोल के लोगों की उमीदें उस वक्त टूटकर बिखर गई जब जमीन माफियाओं ने उक्त जमीन से सरकार द्वारा लगवाई गई सरकारी बोर्ड को हटाकर दोबारा जमीन पर अवैध रूप से कब्ज़ा और उसकी खरीद बिक्री का काम शुरू कर दिया, ऐसे मे एक तरफ जहाँ जमीन माफियाओं के ऊपर उचित कार्रवाई नही होने से उनको उनके कार्य मे मनोबल तो बढ़ा ही साथ मे उन लोगों के होंसले भी टूट गए जिन लोगों ने उन जमीन माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत जुटाई थी, ऐसे मे आसनसोल के उन लोगों ने एक बार फिर अपनी हिम्मत जुटाई और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी के पास सरकारी जमीनों व तालाबों पर जमीन माफियाओं द्वारा अवैध रूप से कब्ज़ा किये जाने के लिये इस्तेमाल किये गए जाली दस्तावेजों व ओरिजनल दस्तावेजों को पहुँचाने का काम किया, जिसके आधार पर जब मुख्यमंत्री ने जाँच करवाई तो मुख्यमंत्री ही नही बल्कि मामले की जाँच करने वाली आसनसोल दुर्गापुर पुलिस व पश्चिम बर्धमान जिला प्रशासन सहित आसनसोल नगर निगम और जिले की भूमि विभाग के कान खड़े हो गए, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आसनसोल के उन तमाम जमीन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व उनकी गिरफ़्तारी कर उनके द्वारा किये गए सरकारी जमीन व तालाबों को कब्ज़ा मुक्त करने का आदेश जारी कर दिया जिस आदेश पर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के साऊथ और नॉर्थ थाना व पश्चिम बर्धमान जिला प्रशासन, आसनसोल नगर निगम के अधिकारीयों को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी जिस कार्रवाई के शुरुआती दौर मे ही आसनसोल के दो सबसे बड़े जमीन माफियाओं विलसन और दिनेश गोराई को धर दबोचा और उनको जेल भेज दिया, जिसके बाद आसनसोल के अन्य जमीन माफियाओं मे हड़कंप मच गया, इसी हड़कंप के बिच बुधवार को दो और जमीन माफियाओं को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनकी पहचान चंदन शर्मा और तापस नंदी के रूप मे हुई है, इन दोनों जमीन माफियाओं की हुई गिरफ़्तारी के बाद आसनसोल के कई अन्य जमीन माफियाओं मे दहशत का माहौल है, उनको यह डर सताने लगा है की कहीं अगली बारी उनकी तो नही, यही डर और भय के कारन आसनसोल के कुछ जमीन माफिया अंडर ग्राउंड तो कुछ इलाका छोड़कर भागने की तैयारी मे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी जमीन माफिया हैं जिनको अब भी यह उम्मीद है की वह अपनी ऊँची पहुँच और सेटिंग के बल पर बच जायेंगे, जिसके लिये वह राज्य के सत्ताधारी पार्टियों के नेताओं और मंत्रियों के साथ -साथ पुलिस और जिला प्रशासम के अधिकारीयों के कार्यालयों व आवसों के चक्कर काट रहे हैं और मामले मे बचने के लिये हर क़ीमत देने को तैयार बैठे हैं, फिलहाल पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मुख्यमंत्री के आदेश पर मामले मे जाँच जारी रखी है और जाँच के दौरान उनके द्वारा कार्रवाई भी की जा रही है, फिलहाल गुरुवार को पुलिस ने चंदन शर्मा व तापस नंदी को आसनसोल अदालत मे पेश किया गया है, जहाँ
तापस नंदी और चंदन शर्मा को पुलिस ने 14 दिनों की रिमांड के लिए आवेदन दिया था। लेकिन कोर्ट ने सात दिनों के रिमांड की मंजूरी दी। तापस नंदी पलाशडिहा मौजा में एक तालाब भराई कर जमीन बेचने के मामले में गिरफ्तार हुए है। इसमें कुल 29 नामजद आरोपी है। वहीं विल्सन वाले मामले में भी तापस भी आरोपित है। चंदन शर्मा को तीन साल पुराने दो मामलों के साथ ही इन मामलों में भी संलिप्त होने का आरोप है। ज्योतिनगर में तालाब भराईवाली जमीन जिनलोगों ने खरीदी वह भी बने आरोपी। पुलिस 18 डीड रजिस्ट्री भी कोर्ट में पेश की। यह जमीन घोटाला करोड़ों का बताया जाता है।

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