
पुरुलिया : घटना पुरुलिया के बाघमुंडी थाना क्षेत्र के सिंदरी ग्राम पंचायत के चड़ीदा गांव की है।
घटना की शुरुआत आवास योजना की नई सूची से हुई। उस सूची में पात्र व्यक्तियों के नाम शामिल नहीं हैं। आरोपों को लेकर सिंदरी ग्राम पंचायत के चड़ीदा गांव समेत कुछ गांवों के लोग गुस्से में हैं। इस संबंध में चड़ीदा गांव की रूबी सूत्रधर और टुम्पा सूत्रधर ने बताया कि उनके पास जमीन तो है, लेकिन घर बनाने की क्षमता नहीं है।
मुखौटा बनाकर किसी तरह संसार चल रहा है।
सोंचा था आवास योजना से सपनों का घर बनाऊंगा, लेकिन देखता हूं कि हमारा नाम सूची में ही नहीं है।
इसमें उन लोगों के नाम हैं जिनके पास पक्का घर और कारें हैं। यही बात गांव के गजु सूत्रधर ने भी कही कि मेरे पास घर नहीं है तो कभी किसी के आंगन में तो कभी हरिमंदिर में रात गुजारता हूं।
दूसरी ओर, अनादि रॉय, कौशल्या मुरा और कनिका सूत्रधर ने कहा कि वे जान जोखिम में डालकर अपने परिवार के साथ जर्जर मकान में रह रहे हैं।
मकान मालिकों को मकान पर मकान मिलते जा रहे हैं। इसलिए हम तत्काल दोबारा सर्वे कराकर सही लोगों को मकान देने की मांग करते हैं।
इस संबंध में स्थानीय ग्राम पंचायत सदस्य प्रधान राय ने कहा कि 2018-19 सर्वे सूची में सिंदरी ग्राम पंचायत क्षेत्र में 2665 नाम थे, लेकिन नई सूची में केवल 1200 नाम हैं।
1465 लोगों को बाहर कर दिया गया है। जहां इस ग्राम पंचायत के चड़ीदा, बारेदी, सिंदरी और पड़हा गांव आवास योजना से वंचित हैं।
इसको लेकर ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले झालदा बाघमुंडी सड़क को जाम कर दिया था, जिसके कुछ घंटों बाद बाघमुंडी बीडीओ के अनुरोध पर जाम हटा लिया गया था। उम्मीद है कि जल्द ही नया सर्वे होगा और समस्या का समाधान हो जाएगा।
हालांकि, सिंदरी ग्राम पंचायत के प्रधान दिजेंद्रनाथ महतो ने दावा किया कि 2018-19 की सूची और उस समय इस पंचायत की सत्ता में रहने वालों की सूची से पता चलता है कि बहुत भ्रष्टाचार हुआ है। क्योंकि जिनके पास पक्का घर है, उन्हें बार-बार सुविधाएं मिल रही हैं। आम लाभार्थी, जरूरतमंद अवसरों से वंचित किया जाता है। कहा कि मैं भी चाहता हूं कि वास्तविक लोगों को घर मिले इसलिए मामला उच्च प्राधिकारी की नजर में लाया जाएगा।
