डॉक्टर की मौत के मामले में भाजपा ने बंगाल के राज्यपाल से मुलाकात की, राज्य की मौजूदा स्थिति पर की चर्चा

बंगाल भाजपा ने की ममता के बयान की कड़ी निंदा

कोलकाता, 29 अगस्त । आर.जी. कर अस्पताल में नौ अगस्त को एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर पश्चिम बंगाल में उभरे संकट के बीच, गुरुवार को केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्यपाल डॉ सी.वी. आनंद बोस से मुलाकात की। इस बैठक में राज्य में उत्पन्न हालात पर चर्चा की गई। इस दौरान राज्य के पूर्व पार्टी अध्यक्ष दिलीप घोष और अन्य भाजपा नेता भी उपस्थित रहे।

मजूमदार ने राज्यपाल से अपील की कि वे पश्चिम बंगाल के लोगों के अधिकारों की रक्षा करें और राज्य को इस संकट से उबारने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने कहा, हमने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि वे पश्चिम बंगाल के लोगों के अधिकारों की रक्षा करें और राज्य को इस गंभीर स्थिति से बाहर निकालने के लिए जो भी कदम उठाने हों, वह उठाएं।

मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह अपने बयानों से राज्य में अशांति फैला रही हैं, जबकि पिछले तीन हफ्तों से इस मामले में न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन चल रहे हैं।

मजूमदार ने ममता बनर्जी पर राज्य सरकार के मुखिया के रूप में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा, हमने राज्यपाल को इस स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी है, जो नौ अगस्त की घटना के बाद से और भी खराब हो गई है। हम राज्यपाल से अनुरोध करते हैं, जो संविधान के संरक्षक हैं, कि वे इन मुद्दों का समाधान करें।

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी सहित कई भाजपा नेताओं ने ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की है। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री इस मामले को लेकर उचित कार्रवाई करने में विफल रही हैं और उन्होंने सबूतों को छिपाने और कुछ अपराधियों की रक्षा करने का प्रयास किया है। उन्होंने अनुच्छेद 356 के तहत केंद्र सरकार की दखलअंदाजी की भी मांग की है, जो विशेष परिस्थितियों में राज्य में केंद्रीय हस्तक्षेप की अनुमति देता है।

राज्यपाल से मुलाकात के बाद, मजूमदार और अन्य भाजपा नेताओं ने एस्प्लेनेड क्षेत्र के वाई चैनल पर एक धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया और आर.जी. कर अस्पताल मामले को लेकर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।

इस बीच, भाजपा टीम की राजभवन यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए, तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने पत्रकारों से कहा, हम तो राज्यपाल को हटाने की मांग कर रहे थे, जिन पर एक पूर्व राजभवन स्टाफर द्वारा यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगे हैं। घोष ने कहा, चुनाव में चुनी हुई सरकार को हटाने की मांग करने के बजाय, भाजपा नेताओं को यह समझाना चाहिए कि इतने गंभीर आरोपों के बावजूद इस राज्यपाल को क्यों नहीं हटाया जा सकता।

आर.जी. कर अस्पताल मामले से जुड़े एक ऑडियो रिकॉर्डिंग के सामने आने पर घोष ने कहा, हम इस रिकॉर्डिंग की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकते। इसे सीबीआई द्वारा जांच का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। हम अब भी मांग करते हैं कि सभी अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाए, पीड़िता के परिवार और दोस्तों को न्याय मिले, और सच्चाई सामने आए।

गौरतलब है कि नौ अगस्त को आरजी कर अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना सामने आई थी, जिसके बाद पिछले 21 दिनों से पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी हैं।

 

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