ममता का दावा : 48 घंटे में मिले 82 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव

 

कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा किया है कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित दो दिवसीय विश्व बांग्ला व्यापार शिखर सम्मेलन के दौरान केवल 48 घंटे में तीन लाख 42 हजार करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 48 घंटे में 137 एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी मात्रा में निवेश के प्रस्ताव का क्रियान्वयन होने पर 40 लाख लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि इस बार का विश्व बंगला शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे सफल वाणिज्यिक सम्मेलन रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस बार को मिलाकर राज्य सरकार अब तक कुल छह विश्व बांग्ला व्यापार शिखर सम्मेलन का आयोजन कर चुकी है जिसमें करीब 12 लाख करोड रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। इसमें से कई परियोजनाओं पर काम पूरा हो गया है। ममता ने दावा किया कि बानतला में चमड़े के कारोबार के स्थापित होने के बाद यहां सीधे तौर पर 10 लाख लोगों को रोजगार मिला है। कुल मिलाकर सुक्ष्म, मध्यम और लघु उद्योग के क्षेत्र में एक करोड़ 36 लाख रोजगार सृजित हुआ है। माइक्रोसॉफ्ट, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियां यहां निवेश करना चाह रही हैं।
बंगाल में निवेश के लिए दिलचस्पी दिखाने वाले उद्योगपतियों का मुख्यमंत्री ने आभार जताया। साथ ही यह भी कहा कि राज्य सरकार यहां निवेश और उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जमीन उपलब्ध कराने के साथ-साथ सिंगल विंडो क्लीयरेंस प्रणाली विकसित कर चुकी है। ममता ने दावा किया कि पहले कई लोगों ने उन्हें सलाह दी थी कि कोरोना है इसलिए फिलहाल व्यापार शिखर सम्मेलन नहीं करें कोई निवेश नहीं करना चाहेगा। लेकिन मैंने कहा था कि लोगों में आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए यह जरूरी है और इसका आयोजन हुआ।
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कानून व्यवस्था की बदहाली पर कहीं बड़ी बात
– उद्योगपतियों को आश्वासन देते हुए ममता ने कहा कि बंगाल में फिलहाल स्थिरता है और चिंता की कोई बात नहीं है। समस्याएं आ सकती हैं लेकिन उससे विकास बाधित नहीं होगा। जैसे महामारी आई वैसे ही दूसरी महामारी भी आ सकती है लेकिन इससे हम रुकेंगे नहीं। हम लोग धार्मिक अनुष्ठान करते हैं अब व्यापारिक अनुष्ठान करने का समय आ गया है।
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अगले साल के शिखर सम्मेलन की तारीखें घोषित
– ममता बनर्जी ने व्यापार शिखर सम्मेलन के मंच से ही अगले साल होने वाले शिखर सम्मेलन की तारीखों की घोषणा भी कर दी। उन्होंने कहा कि अगले साल एक, दो और तीन फरवरी को तीन दिवसीय व्यापार शिखर सम्मेलन का आयोजन राज्य सरकार करेगी। ममता ने यह भी बताया कि इस बार महामारी की वजह से सबसे अधिक पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ है इसलिए औद्योगिक शिखर सम्मेलन में सबसे ज्यादा जोर पर्यटन के क्षेत्र में निवेश पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में उत्तर से दक्षिण तक माल एकत्रीकरण केंद्र विकसित किया जाएगा ताकि बंगाल में उत्पादित होने वाले सामानों को जल्द विदेश में आपूर्ति की जा सके।

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