कोलकाता । देश के ऐतिहासिक न्यायालयों में से एक कलकत्ता हाईकोर्ट में जजों के बीच रार तेज हो गई है। एक बार फिर स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के जरिए ग्रुप डी नियुक्ति में धांधली की जांच सीबीआई से कराने के आदेश न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय की एकल पीठ ने दी है। गुरुवार को मामले की जांच के आदेश देते हुए न्यायमूर्ति ने कहा कि सीबीआई को आज ही यानि गुरुवार को ही स्कूल सेवा आयोग के तत्कालीन सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा को बुलाकर पूछताछ करनी होगी। पूछताछ में क्या पता चला है यह जानकारी सीबीआई को शुक्रवार कोर्ट में देनी है। न्यायमूर्ति अभिजीत ने कहा कि स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति मामले में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। और चौंकाने वाली बात यह है कि एसएससी के जरिए जितनी भी नियुक्तियों में धांधली हुई हैं उन तमाम मामलों में शांति प्रसाद सिन्हा सलाहकार के तौर पर रहे हैं। उन्हीं के निर्देश पर नियुक्तियां हुई हैं इसीलिए आज ही उनसे पूछताछ करनी होगी। शुक्रवार को मामले की अगली सुनवाई होनी है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 में 98 शिक्षकों की नियुक्ति की विज्ञप्ति जारी हुई थी। चार मई 2019 को नियुक्ति प्रक्रिया खत्म हो गई थी। आरोप है कि उनमें से 90 ऐसे लोगों की नियुक्ति हुई थी जिनके नाम की सिफारिश नियुक्ति पैनल ने की ही नहीं थी। इतने बड़े भ्रष्टाचार की जांच सीबीआई से कराने के आदेश एक बार फिर न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने दिए हैं। उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति अभिजीत ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को ईमेल भेजकर हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति हरीश टंडन की खंडपीठ पर उनके हर एक फैसले पर स्टे लगाने और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहां है कि सुप्रीम कोर्ट को यह देखना होगा कि आखिर किसे फायदा पहुंचाने के लिए भ्रष्टाचार के हर एक मामले में स्टे लगाया जा रहा है। कानूनी विशेषज्ञों ने बताया है कि गुरुवार को आदेश देते हुए उन्होंने आज ही पूछताछ के निर्देश सीबीआई को इसलिए दिए हैं ताकि शुक्रवार को एक बार फिर खंडपीठ उनके फैसले पर रोक लगाए उसके पहले मामले में पूछताछ शुरू हो।