कोलकाता, 3 फरवरी (एजेंसी) । कोलकाता के रहने वाले एक प्रवासी भारतीय नागरिक पर महानगर में हुए हमले को लेकर अमेरिकी दूतावास सख्त हो गया है। कोलकाता पुलिस की ओर से घटना के दो दिनों बाद भी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किए जाने के बाद अब दूतावास ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है जो सुर्खियों में है। कोलकाता के कांकुलिया में जिष्णु नाथ पर हमला करूं है हमारा पिता गया था। मूल रूप से बंगाल के रहने वाले जिष्णु कई सालों से अमेरिकी नागरिक है। इस मामले में रवीन्द्र सरोवर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई थी लेकिन घटना के चार दिन बीत गए हैं और पुलिस हमलावरों को धर दबोचने में विफल रही है.
55 वर्षीय जिष्णु नाथ का जन्म कोलकाता के गोलपार्क में हुआ था। उन्होंने 1992 में जादवपुर विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग उत्तीर्ण की थी। इसके बाद लंबे समय तक अमेरिका रहे और वहां की नागरिकता भी हासिल की। कोलकाता वापसी पर उन्हें स्थानीय क्लबोन की ओर से किस तरह से परेशान किया जाता है और उनके जैसे बंगाल के गौरव व्यक्ति के साथ भी किस तरह से गुंडागर्दी होती रही है इसकी आप बीती उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार को सुनाई है। वह कहते हैं, ”2019 में मुझे कुछ स्थानीय लड़कों रंगदारी मांगने का सामना करना पड़ा। मैंने थाने में शिकायत की लेकिन बाद में वापस ले ली क्योंकि मुझे वापस अमेरिका जाना था।”
काकोलिया में उनका घर है जहां काम चल रहा है। आरोप है कि प्रमोटर खोकोन सरदार और राबिन सरदार उर्फ भैलो काम के बदले पैसे की मांग कर रहे थे। वह 17 जनवरी को कोलकाता आये तो देखा कि उनके घर के आसपास कई बोरियां कूड़ा-कचरा डाल दिया गया है। आरोप है कि जब उन्होंने भैलो से इस बारे में बात की तो उसने कचरा हटाने के लिए पैसे मांगे। जब जिष्णु नाथ ने इनकार किया तो उन्हें मारा पीटा गया। उनकी बांई आंख पर और शरीर के अन्य हिस्से में चोट आई है। उन्होंने तुरंत पुलिस को इतला किया लेकिन तीन घंटे बाद पुलिस पहुंची। जिष्णु के बेलूर में रहने वाले बहनोई को भी धमकी दी गई है।
अस्पताल में इलाज के बाद वह लौटे तो उन्हें डर के साए में रहना पड़ रहा है। गुरुवार को जिष्णु नाथ ने अमेरिकी दूतावास के अलावा लालबाजार जाकर दोबारा शिकायत दर्ज करायी है।
विवाद बढ़ने पर पुलिस ने भैलो प्रमाणिक उर्फ बापी को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया लेकिन मुख्य दो आरोपी पकड़े नहीं जा सके हैं। पुलिस ने कहा कि कोलकाता पुलिस की दक्षिणपूर्व शाखा और खुफिया विभाग (डीडी) की गैंगस्टर दमन विंग (एआरएस) घटना की विस्तार से जांच कर रही है। सीसीटीवी कैमरे और फोन की जानकारी खंगाली जा रही है। स्थानीय तृणमूल नेता बैस्वनर चट्टोपाध्याय ने 1991 में मुझसे कहा था कि आपके घर में 0 वोट हैं, उनके पास 500 वोट हैं। अगर नरेंद्र मोदी आ भी जाएं, तो भी वे कुछ नहीं कर पाएंगे।
इधर अमेरिकी दूतावास के हस्तक्षेप के बाद कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) सैयद वकार राजा ने कहा, ”भारतीय दंड संहिता की धारा 41, 326, 385, 379, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच जारी है।