आसनसोल। कोयलांचल क्षेत्र अंतर्गत ईसीएल के रानीगंज महावीर कोलियरी में 13 नवंबर 1989 को हुई कोयला खदान दुर्घटना के दौरान किए गए बचाव कार्य पर आधारित फिल्म *मिशन रानीगंज* आज यानी की 6 अक्टूबर को पर्दे पर रिलीज होने जा रही है।
*मिशन रानीगंज* फिल्म के निर्माता, निर्देशक विपुल के रावल है। उन्होंने बताया कि 13 नवंबर 1989 को ईसीएल के महाबीर कोलियरी में कैप्सूल से हुऐ बचाव कार्य पर पिछले 7 वर्षो से वह कार्य कर रहे हैं। उन्होने कहा कि रानीगंज के विभिन्न क्षेत्रों के करीब 700 लोगों से मिले इस फिल्म की पटकथा लिखी साथ ही पूर्व सांसद हराधन राय के उल्लेखनीय भूमिका को भी दर्शाया। उनका कहना है कि *मिशन रानीगंज* एक ब्लॉक बस्टर फिल्म साबित होगी। फिल्म का प्रीमियर कोलकाता एवं मुंबई में की जाएगी। फिल्माआभिनेता अक्षय कुमार ने इस फिल्म में लीड रोल में हैं और अभिनेत्री प्रनिती चोपड़ा है। इस फिल्म की अधिकांश शूटिंग लंदन के यार्कशायर में हुई है। फिल्म में वास्तविक घटनाओं के स्थल को फिल्माने के लिए पिछले वर्ष नवंबर में आसनसोल आई थी। रानीगंज कोयलांचल के विभिन्न खदानों, आसनसोल रेलवे स्टेशन, सोदपुर वर्कशॉप,विभिन्न कोलियरियों और सबसे अधिक दिनों तक यह शूटिंग श्रीपुर एरिया क्षेत्र के निघा एवं एबी फिटस इलाके में शूटिंग कर फिल्म को फाइनल टच दिया गया।
ईसीएल के रानीगंज महावीर कोलियरी में 13 नवंबर 1989 को कोयला खदान में दुर्घटना हुई थी। जिसमें महावीर कोलियरी के कोयला खदान में अचानक पानी भर गया था। उस समय खदान के अन्दर में वहां 232 मज़दूर कार्यरत थे। मज़दूरो को दुर्घटना की आशंका होते ही वहां से 161 मजदूर खान से बाहर निकल गए। जबकि 71 मजदूर खान में फंस गए। इस हादसे के बाद तत्कालीन एडिशनल चीफ माइनिंग इंजीनियर जसवंत सिंह गिल ने अपनी सूझबूझ से कैप्सूल नुमा डोली बना कर उक्त खदान में प्रवेश कर वहां फंसे 71 मजदूरों में से 65 मजदूरों को सुरक्षित बचाया गया। जबकि इस हादसे में 6 मजदूरों की मौत हो गई थी।