दूध से बनी मिठाई को जीएसटी के दायरे से बाहर रखे जाने की मांग-सुभाष अग्रवाला
कोलकाता। पश्चिम बंगाल राज्य के मिठाई निर्माताओं से संबंधित समस्याओं पर चर्चा करने के लिए आज पश्चिम बंग मिष्ठान ब्याबसाई समिति की एक राज्य स्तरीय बैठक होटल हिंदुस्तान इंटरनेशनल, कोलकाता में आयोजित की गई। मिलन उत्सव नामक इस बैठक की शोभा पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बढ़ाई। सम्मानित अतिथि माननीय मंत्री फिराद हकीम और बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक चंद्र शेखर घोष थे। कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष अग्रवाला ने पश्चिम बंग मिष्ठान ब्याबसाई समिति के वरिष्ठ पदाधिकारियों रॉबिन पॉल, संदीप सेन, संजीब बनिक और आशीष पॉल के साथ डायस की शोभा बढ़ाई। सीएआईटी की ओर से पश्चिम बंगाल अध्यक्ष कुमार अजमेरा और क्षेत्रीय आयोजन सचिव पूर्वी भारत सुश्री सिद्धि अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
माननीय मुख्यमंत्री ने मिठाई व्यापार को बेहतर बनाने के लिए अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। अनुरोध पर, माननीय मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल सरकार से मिस्टी हब के लिए 20 कट्ठा भूमि निःशुल्क आवंटित करने का आश्वासन दिया।
इस मिस्टी ट्रेड का टर्नओवर एक लाख करोड़ रुपये है और इसमें लाखों लोगों को रोजगार मिलता है।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष अग्रवाला ने व्यापारियों को कम ब्याज दर पर संपार्श्विक मुक्त ऋण के लिए पात्र होने के लिए उद्यम आधार पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए प्रेरित किया और समय पर भुगतान का आश्वासन दिया। अग्रवाला ने कहा कि इस डिजिटल युग में व्यापारियों को अपने व्यापार के तरीके बदलने होंगे। कैट ने व्हाट्सएप बिजनेस ऐप पर एक करोड़ व्यापारियों को मुफ्त में बढ़ावा देने और प्रशिक्षित करने के लिए मेटा के साथ एक समझौता किया है। इस प्रकार व्यापारी अपनी पारंपरिक दुकानों के अलावा ऑनलाइन व्यापार भी कर सकते हैं। अग्रवाला ने माँग रखी की दूध से बनी मिठाई एक दिन में ख़राब हो जाती है, इसलिए ऐसी मिठाई को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए।