नदिया / मायापुर (दीप मिस्त्री) : रथ यात्रा के अवसर पर बंगाल के श्रीक्षेत्र नदिया में मायापुर के इस्कॉन मंदिर चौक पर अनगिनत लोगों की भीड़ लगी रही। संयोग से, जगन्नाथ मंदिर इस्कॉन मंदिर से पांच किलोमीटर दूर प्रशांतपल्ली, राजापुर में स्थित है।
वहां से दोपहर में तीन रथ क्रमशः जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के साथ अस्थाई मौसी के घर इंकोन चंद्रोदय मंदिर गए। नौ दिन यहां रहने के बाद विग्रहत्रय फिर से राजापुर मंदिर लौट आएंगे। इस मौके पर मनोरंजन, दीप वाचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने लायक रहे। संयोग से, जगन्नाथ देव और सुभद्रा महारानी के रथ के पहियों को श्रीक्षेत्र पुरीधाम से मायापुर लाया गया जो इस वर्ष के आकर्षणों में से एक था। इसे भी लोगों के देखने के लिए रखा गया था।
इस बार रथ यात्रा की शुरुआत में राज्य मंत्री उज्जल बिस्वास, नदिया के जिलाधिकारी शशांक शेट्टी, पुलिस अधीक्षक ईशानी पाल, अतिरिक्त जिलाधिकारी एस वी पाटिल और आर पी मीणा, इस्कॉन मंदिर के गुरु संन्यासी गौरांग प्रेम स्वामी और अन्य लोग मौजूद थे रथ यात्रा की शुरुआत मे। उधर, इंकॉन मंदिर की गंगासागर शाखा में सुंदरवन विकास मंत्री बंकिम हाजरा ने रथ की रस्सी खींचके रथ यात्रा की सुरुआत की। इस दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखा गया। साथ ही रथ यात्रा में लोगों के जुनून ने जुलूस को रंगीन और जीवंत बना दिया। कहने की जरूरत नहीं है कि बंगाल के सबसे अच्छे आकर्षणों में से एक इस साल का इस्कॉन का दो साखा का रथ यात्रा उत्सव था, जो वास्तव में महान व्यक्ति का मिलन स्थल बन गया।