संकतोड़िया। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी डिसरगढ़ मजार शरीफ स्थित पीर बाबा के मजार पर वार्षिक कार्यक्रम गोशुल उत्सव पूरी श्रद्धा के साथ पारंपरिक विधि से मनाया गया। इस दौरान खादीमो द्वारा कलशियों में नदी से जल लाकर पीर बाबा का स्नान करवाया गया। तत्पश्चात संध्या उनकी संदल पोशी एवं चादर पोशी की गई। सभी श्रद्धालुओं को चंदन का लेप ललाट पर लगाया गया। पीर बाबा के स्नान के दौरान उनके स्नान का जल लेने के लिए लोगों को आतुर देखा गया। मान्यता है कि पीर बाबा के स्नान का जल बुरी बलाओं को दूर भगाता है। किसी विपत्ति के समय यह जल पीने से शारीरिक अस्वस्थता को दूर करता है।
गौसुल कार्यक्रम के साथ ही मेले का भी आयोजन किया गया है। जिसमें खिलौने खेल तमाशा तथा मिठाइयों की दुकानें आई हैं। गोशुल के दिन हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ यहां देखी गई। दरगाह के सचिव चांद खान ने बताया कि बिहार धनबाद के विभिन्न भागों तथा पुरुलिया बांकुड़ा के भी विभिन्न भागों से श्रद्धालु यहां शिरकत करने आते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो साल के विभिन्न भागों में देश के कोने-कोने से लोग यहां बाबा के दर्शन करने आते हैं लेकिन उर्स के समय में ज्यादातर लोग यहां पहुंचते हैं। बाहर से आए श्रद्धालुओं के लिए यहां उत्तम प्रबंध किए गए हैं। लंगर की व्यवस्था की गई थी।