आसनसोल: उम्र के आखिरी पड़ाव पर आने के बाद अक्सर इंसान अकेला हो जाता है। उसे उपेक्षित समझा जाने लगता है।अगर पति – पत्नी में से किसी एक की मृत्यु हो जाए तो फिर उनका अकेलापन और बढ़ जाता है।ऐसे में हम सब को गंभीरता से सोचने की जरूरत है। ‘ ये कहना है मीडिया पर्सनैलिटी और सोशल एक्टिविस्ट संजय सिन्हा का।बुधवार को शहर के हीरापुर स्थित प्रांतिक ओल्ड एज होम अपनी टीम के साथ पहुंचे संजय सिन्हा ने इस संवाददाता से बातचीत के क्रम में यह बातें कहीं।उन्होंने कहा कि वृद्ध आश्रम में बुजुर्गों को देखकर दिल रो उठता है।इक्कीसवीं सदी में भी हमारा समाज पतन की ओर जा रहा है।ज्ञात हो कि आज सामाजिक संस्था खास बात वेलफेयर सोसायटी की ओर से प्रांतिक ओल्ड एज होम के बुजुर्गों को खाद्य पदार्थ दिए गए और संस्था के सदस्यों ने उन्हें हौसला दिया।संजय सिन्हा के साथ हरे राम,मोहम्मद तनवीर आलम,अमित सिंह,दीपांकर महता,सरोद नय्यर,डॉक्टर मनोज सिंह आदि उपस्थित थे। गौरतलब है कि संजय सिन्हा अपनी संस्था के माध्यम से बुजुर्गों और कुष्ठ रोगियों के लिए भी एक अभियान चला रहे हैं।उनका लक्ष्य लोगों को जागरूक करके उनकी मानसिकता बदलने की है।